गुरुवार, 26 जून 2008

aastha

आस्था का क्या अर्थ है? इस बारे मे विचार करने की जरुरत है। जीवन में जो भी काम किया जाय, क्या वह आस्था है। हम रोजाना कितनी बार इश्वेर का नाम लेते है, झूठ भी उसी का नाम लेकर बोलते है, भगवन की कसम-अल्लाह की कसम। धोखा हम किसको देते है, अपने आप का ही।

2 टिप्‍पणियां:

योगेन्द्र मौदगिल ने कहा…

Beshak
sahi baat

बेनामी ने कहा…

सच-सच बताते रहो।
हरि नाम जपते रहो।