लंदन में होगा 18 घंटे का, सऊदी में भारत से आधा घंटे कम
चांद ने ऐसी चली चाल, रोजा 15 घंटे का
चांद की गति ने इस बार रमजान के रोजे की अवधि बढ़ा दी है। हिंदुस्तानियों को पाकिस्तान और सऊदी अरब की तुलना में इस बार आधे घंटे अधिक रोजा रखना पड़ेगा। सबसे लंबी अवधि का रोजा लंदन में होगा, जहां इसकी अवधि 18 घंटे पांच मिनट होगी। भारत में भी रोजा 15 घंटे से कुछ अधिक का बैठ रहा है। जानकारों का ऐसा मत है कि 26 साल बाद इतना लंबा रोजा होगा। यूं शब-ए-बरआत के अगले दिन रखा गया रोजा भी करीब-करीब इतने ही घंटे का था।
हिजरी 1432 का रमजान मुबारक महीना प्रारंभ हो गया है। मंगलवार का रोजा भी हो चुका है। इस बार अल्लाह अपने बंदों की अच्छी खासी परीक्षा लेगा। रोजे में खाने, पीने और सोहबत का परहेज है। बारिश नहीं होने और सूर्य की तपिश से इस बार रोजेदारों को ज्यादा ही इम्तहान से गुजरना होगा। नई दिल्ली और उसके आसपास रमजान का पहला रोजा सवेरे 4.10 से शुरू हुआ जो शाम को 7.15 पर खत्म हुआ। इस प्रकार पहले रोजे की अवधि 15 घंटे पांच मिनट की रही। दूसरे रोजे की अवधि पन्द्रह घंटे चार मिनट होगी। लगभग सभी रोजे 15 से 14 घंटे की अवधि के रहेंगे। यही रोजा पाकिस्तान में 14 घंटे चालीस मिनट, मक्का में 14 घंटे 30 मिनट, बिजिंग में 16 घंटे 04 मिनट, इस्ताम्बुल (तुर्की) में 16 घंटे 12 मिनट, लंदन में 18 घंटे पांच मिनट और अमेरिका में 15 घंटे 47 मिनट का होगा। इसलामी कलेंडर विशेषज्ञ अशरफ नौरल हक अशरफ ने पिछले दिनों दावा किया था कि इस बार सबसे लंबा रोजा होगा।
पिछले साल रमजान का पहला रोजा 12 अगस्त का था और अंतिम रोजा 10 सितंबर का था। इस बार दस दिन का अंतर आ गया है। दरअसल, चंद्रमा और सूर्य की गति में हर माह एक दिन का अंतर आ जाता है। सूर्य एक दिन में एक अंश चलता है जबकि चंद्रमा की गति सवा दो दिन में 13 अंश होती है। बारह राशियों का चक्र चंद्रमा 28 दिन मेंं पूरा करता है जबकि सूर्य की यही यात्रा 30 दिन में एक राशि तक सीमित रहती है। इसी कारण, एक साल में दस दिन का अंतर आ गया और इसी चक्कर में रोजे की अवधि भी बढ़ गई।
रमजान मुबारक का अंतिम रोजा (29 या 30) भी कुछ कम अवधि का नहीं होगा। 29 वां रोजा 4.32 को शुरु होगा और शाम 6.47 तक चलेगा। तीसवां रोजे में सिर्फ एक-एक मिनट का अंतर है।
मंगलवार, 2 अगस्त 2011
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